Think About India
कविता कौन करता है? आ जाती है
बैठती दिल में, कागज़ पर उतर जाती है
फिर फैलकर सब दिलो पर राज करती है
लोग शोर मचाते हैं, ‘कवि अच्छा है....2’
पर जानता हूँ...तु ! कितना मुस्कुराती है
न माँगा इनामी हक़ कभी, न कोई देता है
मुफ़्त की चीज़ है, कवि दिखते लपक लेता है....
कविता कौन करता है? आ जाती है
बैठती दिल में, कागज़ पर उतर जाती है
फिर फैलकर सब दिलो पर राज करती है
लोग शोर मचाते हैं, ‘कवि अच्छा है....2’
पर जानता हूँ...तु ! कितना मुस्कुराती है
न माँगा इनामी हक़ कभी, न कोई देता है
मुफ़्त की चीज़ है, कवि दिखते लपक लेता है....
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